था सरल ह्रदय
बेदाग़ जीवन
था विशाल ह्रदय
देश को समर्पित तन मन
हर जात पात से उपर
ना थे हिन्दू न थे मुसलमान
थे तो सिर्फ एक अच्छे इंसान
आज पूरे हिंदोस्ता की आँखे है नम
मेरी भी हार्दिक इच्छा है
मेरा भी हो सरल ह्रदय
हो देश को समर्पित
मेरा भी जीवन
नम आँखों से विनम्र श्रधान्जली

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