क्या तुझसे हम कहे ऐ दिल
बेचारे दिल की है मुस्किल
बडी मुश्किल घडी है ये
नही नजदीक अब साहिल
फांसले अब गुजरते है
चिढाते है सताते है
हाँ तेरी यादो में खोकर
कुछ हम मदहोश हो जाते
कभी ग़मगीन हो जाते
कभी मुश्काने लगते लब
कभी हम फूट फूट कर
यु ही आंसू बहाते है
मगर तुझे क्या बताये दिल
बहुत अब दूर है मंजिल
बडी मुश्किल घडी है ये
नही नजदीक अब साहिल
मैं हु अनजान अब खुद से
राहे भी सूनी है अब तो
अजनबी वक़्त है हमसे
हु पथिक अनजान शहरो का
है अब मन की शिकायत ये
नही कुछ करना अब हांसिल
बडी मुश्किल घडी है ये
नही नजदीक अब साहिल.....................................
बेचारे दिल की है मुस्किल
बडी मुश्किल घडी है ये
नही नजदीक अब साहिल
फांसले अब गुजरते है
चिढाते है सताते है
हाँ तेरी यादो में खोकर
कुछ हम मदहोश हो जाते
कभी ग़मगीन हो जाते
कभी मुश्काने लगते लब
कभी हम फूट फूट कर
यु ही आंसू बहाते है
मगर तुझे क्या बताये दिल
बहुत अब दूर है मंजिल
बडी मुश्किल घडी है ये
नही नजदीक अब साहिल
मैं हु अनजान अब खुद से
राहे भी सूनी है अब तो
अजनबी वक़्त है हमसे
हु पथिक अनजान शहरो का
है अब मन की शिकायत ये
नही कुछ करना अब हांसिल
बडी मुश्किल घडी है ये
नही नजदीक अब साहिल.....................................


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