कुछ लम्हे हाँ कुछ लम्हे कई बार ऐसे गुजरते हैं हमारी जिन्दगी में
हम्म जो गुजर तो जाते है लेकिन लाखो हंसी पल हमारे लिए छोड़ जाते है
जिन्हें हम यादे कहते हैं
हाँ सच में वो यादे जिनमे हर बार खोकर जैसे हर बार इक नयी जिन्दगी पा जाते है
जिससे बाहर आने का मन कभी नही करता बस उन्ही यादो में खोये रहे ना जागे ना सोये कभी हँसे तो कभी रोये
हायो रब्बा की मैं करा
हम्म जो गुजर तो जाते है लेकिन लाखो हंसी पल हमारे लिए छोड़ जाते है
जिन्हें हम यादे कहते हैं
हाँ सच में वो यादे जिनमे हर बार खोकर जैसे हर बार इक नयी जिन्दगी पा जाते है
जिससे बाहर आने का मन कभी नही करता बस उन्ही यादो में खोये रहे ना जागे ना सोये कभी हँसे तो कभी रोये
हायो रब्बा की मैं करा

0 comments:
Post a Comment