कितनी मुश्किल से तुझको भूला था
वो तेरे प्यार के गम में खोकर
तुझ बिन सूना सावन का झूला था
वो तेरे प्यार के गम में खोकर
जो पास थे तेरे मैं
तुझको ही देखता मैं रहता था
वो बार बार छत पर चढ़कर तुझमे
ही बार बार दिल ये खोता था
इक बार दिल ने सोचा यही
की तुझसे दूर होके भूल जाऊ तुझे
दूर जो तुझसे गया हु जबसे
हर पल दिल मेरा ये रोता था
दूर जो तुझसे गया हु जबसे
हर पल दिल मेरा ये रोता था ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
तुझको ही देखता मैं रहता था
वो बार बार छत पर चढ़कर तुझमे
ही बार बार दिल ये खोता था
इक बार दिल ने सोचा यही
की तुझसे दूर होके भूल जाऊ तुझे
दूर जो तुझसे गया हु जबसे
हर पल दिल मेरा ये रोता था
दूर जो तुझसे गया हु जबसे
हर पल दिल मेरा ये रोता था ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

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