मन भावुक सा हो जाता है
कुछ दिल में दर्द सा होता है
और आंसू छलक से जाते है
और आंसू छलक से जाते है
और आंसू छलक से जाते है
मन में जब जब होती हलचल
तन्हाई डसती जब पल पल
धड़कन हो जाती जब मद्धम
थमती साँसे पर निकले ना दम
बाहे तडपती रह जाती
पर तुम बाहों में ना आते हो
दिल भारी सा हो जाता
और आंसू छलक से जाते है
और आंसू छलक से जाते है
और आंसू छलक से जाते है
हर पल वो तेरी शैतानी
हर जिद में तेरी मनमानी
हा यादे हर पल आती है
जो दिल में बसी है कहानी
मेरी ऊँगली है अब भी सूनी
नन्हे हाथो से जो तू पकड़ता था
कभी ये वाली कभी वो वाली
हर बात पे तू झगड़ता था
हाँ अब बैरी ये मेरा मन
उन लम्हों को तरस से जाते है
मैं तडपू मेरा मन तडपे
और सिसक सिसक से रो जाते है
और आंसू छलक से जाते है
और आंसू छलक से जाते है
और आंसू छलक से जाते है
ये मेरे छोटे से प्यारे भाई के लिए ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
निर्मल मन;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;;{{{{{{{{{{{{{{{{{{{{{{{{{???????????/

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