ना होगा कोई जब मजहब ,,,,तो हिन्दुस्तान कैसा होगा,,,
ना हिन्दू होगा कोई जब,,,ना मुसलमान कोई होगा,,,
सिर्फ और सिर्फ ये पुतला जब इक इंसान होगा,,,,
दिलो में होंगी ना दीवारे,,,हर तरफ होगा भाईचारा,,,
मिटा कर मन की कड़वाहट ,,दिलो को दिल से लगायेंगे ,,,
सच में कहता हु तब मेरे ,,ये भारत महान होगा ,,,
ना सरहद कोई होगी जब दिल में ,,,,,,,,,,तो हिन्दुस्तान कैसा होगा,,,
ना UP का ना MP का
ना पूंजाबी ना मराठी
सभी गायेंगे हम सब है
सिर्फ और सिर्फ भारतवासी
लहरायेंगे जो तिरंगा,,,
गूंजेगी जयकार भारत माँ
हाँ यही आर्यावर्त का
वो पहचान का दिन होगा
ना सरहद कोई होगी जब दिल में ,,,,,,,,,,तो हिन्दुस्तान कैसा होगा,,,
जय हिन्द,,,,
जय भारत,,,
जय जवान
जय किसान
