!!!!!!!!!अति के बाद अंत ही है!!!!!!!!!!!!!!!
ये सच है
की किसी भी चीज का उपयोग हो चाहे उपभोग हो अगर हम नियम और संयम से करते है तो उसका
परिणाम भी उसी के अनुसार मिलता है लेकिन कभी कभी कुछ चीजे या कुछ आदते हमे बहुत
अच्छी लगती है तो जो व्यक्ति धैर्यवान है वो तो अपने मार्ग से नही भटकते पर कुछ
लोगो को अपनी आदतों या अपनी इच्छाओ पर नियंत्रण नही होता है वो अपनी इच्छाओ के
वसीभूत होकर नियमो का पालन करने में सक्षम नही होते है और इसके फलस्वरूप कभी कभी
अपनी इछाओ में इतने आसक्त हो जाते है की वो इच्छाए ही उनके पतन का कारण बन जाती है
जैसे उदाहरण स्वरुप मैं ये बताना चाहूँगा की जो भी लोग धूम्रपान का सेवन करते है
चाहे वो तम्बाकू हो या बीडी या सिगरेट इन सभी वस्तुओ पर चेतावनी होती है की इसके
सेवन से हमे कैंसर हो सकता है लेकिन हम फिर भी इसका सेवन करते है और इसका परिणाम
क्या होता है इससे हम भलीभांति परिचित है इसीलिए मित्रो मैं आपसे यही गुजारिस करना
चाहता हु की अपनी इच्छाओ पर नियंत्रण रखे और अपने जीवन को नियम और संयम से हमेशा
ही परिचित रखे और किसी भी परिस्थिति में इनसे समझौता ना करे क्योकि यही जीवन का
सार है


0 comments:
Post a Comment