लब्ज गर साथ देते है
फिर कारवाँ मिल ही जाता है
असीमित आनंद की अनुभूति
और दिल को सुकून पहुचाने वाले पल
फिर न इनको ढूढ़ना पड़ता है
बस शब्दों के अनंत आकाश में जैसे हम खो से जाते है
लिखते है तो लिखते ही जाते है
ये अनंत गहराई का एक ऐसा समंदर है
जिसमे कितनी भी गहराई में चले जाये
और उसमे चिंतन और मनन रुपी नाव में सवार होकर
सच में इस आनंद की अनुभूति और इसका अद्भुत और आश्चर्यजनक एहसास की कल्पना करना सामान्य क्षणों में अत्यंत ही कठिन है
तो मित्रो जो दिल कहे उसकी सुनते जाइये और लिखते जाइये
फिर कारवाँ मिल ही जाता है
असीमित आनंद की अनुभूति
और दिल को सुकून पहुचाने वाले पल
फिर न इनको ढूढ़ना पड़ता है
बस शब्दों के अनंत आकाश में जैसे हम खो से जाते है
लिखते है तो लिखते ही जाते है
ये अनंत गहराई का एक ऐसा समंदर है
जिसमे कितनी भी गहराई में चले जाये
और उसमे चिंतन और मनन रुपी नाव में सवार होकर
सच में इस आनंद की अनुभूति और इसका अद्भुत और आश्चर्यजनक एहसास की कल्पना करना सामान्य क्षणों में अत्यंत ही कठिन है
तो मित्रो जो दिल कहे उसकी सुनते जाइये और लिखते जाइये
हे ईश्वर।।।।।।।।।।।।


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