कुछ दर्द है दिल में मद्धम मद्धम
कुछ सहमे सहमे से है हम
थी संस्कृति की जननी भारत
क्यों हो रहा प्रतिपल ये नैतिक पतन
हां यही जन्मे थे नेता जी
इसी मिटटी में पले थे भगत सिंह
जरा याद करो कुर्बानी इनकी
कह रही मेरे दिल की धड़कन
कुछ सहमे सहमे से है हम
थी संस्कृति की जननी भारत
क्यों हो रहा प्रतिपल ये नैतिक पतन
हां यही जन्मे थे नेता जी
इसी मिटटी में पले थे भगत सिंह
जरा याद करो कुर्बानी इनकी
कह रही मेरे दिल की धड़कन

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