मुझे ऐसा काम करने की इच्छा है जिसमे लोगो की भलाई हो और मुझे और मन को संतुष्टि की साथ साथ ऐसा आनंद और ख़ुशी मिले जिसे मैं इस दुनिया के मोह जाल में फंसकर नाही पा सकता हु ना देख सकता हु और सायद अधिकतर लोगो की इच्छा जो कर रहे है उससे बढ़कर होगी लेकिन हम सोचते ज्यादा करते कम है मैंने एक नन्ही शुरुवात की है जिससे मुझे और मेरी आत्मा को बहुत कुशी मिली और शायद उनको भी जो इसमें सहभागी थे मेरे साथ काम करने वाले मेरे सहयोगी उनकी एक छोटी सी इच्छा थी की वो कुछ पढना चाहते है कुछ आगे बढ़ना चाहते है कुछ पाना चाहते है लोगो को कुछ बताना चाहते है की हममे भी है दम मेरे पास भी रविवार को समय था और लोगो ने भी पूरा सहयोग किया उन्हें पढने की इच्छा है मुझे पढ़ाने की मैंने कहा की ठीक है आप लोग आइये मैं तैय्यार हु पर आपक आना अनिवार्य है और फिर क्या सभीने प्लान बनाया और आज इकट्ठा हुए लगभग २ घंटे हमने पढ़ा और पढ़ाया उनको भी काफी मजा आया लेकिन मुझे अच्छा ये लगा की उनके अन्दर कुछ नही बहुत कुछ सीखने की इच्छा है और ये सब मैं इसलिए बता रहा हु की मेरे पढ़े लिखे भाई भी ऐसा कर सकते अपने कीमती समय से थोडा वक़्त निकालकर किसी को बहुत कम समय में बहुत कुछ दे सकते है
एक नन्ही पहल करके देखिये


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