हाँ उस सांझ की ओट में बहुत ही लम्हे गुजारे है हमने
कुछ खट्टे कुछ मीठे और कुछ तीखे भी
पर शामे का इंतज़ार हम सभी को रहता है किसी को छुट्टी चाहिए होती है
किसी को घर जाना होता है
किसी को शाम की चाय की गर्मा गर्म चुस्की
तो किसी रांझे को अपनी हीर के साथ अपने लम्हों को बिताने का
ये सबसे सुन्दर और सुनहरा मौका होता है
और जैसे जैसे शाम ढलती है सूरज अपनी लालिमा धीरे धीरे कम करने लगता है
और इससे ये भी याद आया की सूरज को ढलने का वो सुन्दर दृश्य तो वही जानते है जिन्होंने नदी के किनारे या समंदर की सरहद पर ढेरो शामो से मुलाकात की हो वो रंगीन सुनहरी चादर जो पूरे के पूरे सागर को सुनहरी कर देती है जैसे की पानी में चमकीली आग लग गयी हो और वो तेज उठती लहरे जो उस सुनहरी चादर को तिनका तिनका बिखेर देती है तो कुछ मेरे मित्रो को ये प्राकृतिक मनोहर दृश्य देखने के लिए भी शाम का इंतज़ार रहता है इसीलिए कहता हु की सांझ की ढलती मधुरिम पालो का मजा लीजिये और खो जाइये अपनी रंगीन दुनिया में
बस इतना सा ही ख्वाब है
कुछ खट्टे कुछ मीठे और कुछ तीखे भी
पर शामे का इंतज़ार हम सभी को रहता है किसी को छुट्टी चाहिए होती है
किसी को घर जाना होता है
किसी को शाम की चाय की गर्मा गर्म चुस्की
तो किसी रांझे को अपनी हीर के साथ अपने लम्हों को बिताने का
ये सबसे सुन्दर और सुनहरा मौका होता है
और जैसे जैसे शाम ढलती है सूरज अपनी लालिमा धीरे धीरे कम करने लगता है
और इससे ये भी याद आया की सूरज को ढलने का वो सुन्दर दृश्य तो वही जानते है जिन्होंने नदी के किनारे या समंदर की सरहद पर ढेरो शामो से मुलाकात की हो वो रंगीन सुनहरी चादर जो पूरे के पूरे सागर को सुनहरी कर देती है जैसे की पानी में चमकीली आग लग गयी हो और वो तेज उठती लहरे जो उस सुनहरी चादर को तिनका तिनका बिखेर देती है तो कुछ मेरे मित्रो को ये प्राकृतिक मनोहर दृश्य देखने के लिए भी शाम का इंतज़ार रहता है इसीलिए कहता हु की सांझ की ढलती मधुरिम पालो का मजा लीजिये और खो जाइये अपनी रंगीन दुनिया में
बस इतना सा ही ख्वाब है


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