जी हाँ जो हमारे देश की स्थिति है गंदगी ,प्रदूषण,भ्रस्टाचार,अशिक्षा,नैतिक पतन ,बीमारिया इन सबको देखते हुए मुझे नही लगता की हम विश्व की उभरती शक्तियों में से एक है हम अपनी जमीनी हकीकत को क्यों भूलते जा रहे है जो की हमारी नैतिक जिम्मेदारी है हर हर मनुष्य हमारे देश का ही नही बल्कि संपूर्ण विश्व का जागरूक हो जाए तो यह न गंदगी रहेगी न अशिक्षा रहेगी न बीमारी रहेगी ना भेदभाव रहेंगे ना ही असमानता होगी उदाहरण स्वरुप हम एक परिवार की बात करे जो गंदगी के लिए जागरूक हो तो जैसे अपने घर में साफ़ सफाई रखता ही उसी प्रकार अपने घर के बहार भी चारो तरफ किसी प्रकार की पन्नी कचरा हो उसे साफ़ करने की नैतिक जिम्मेदारी उठाये और ठीक ऐसे ही हर घर हर परिवार अपने घर के बहार चारो ओर साफ़ सफाई का ध्यान रखे तो १००% नही तो मेरा ये मानना है की कम से कम ५०% गंदगी का सफाया हो जाएगा
आज की स्थिति देखते हुए हम सभी को जागरूक और एक साथ उठ खड़े होने की जरूरत है और ज्यादा से ज्यादा लोगो को समझाने की जरूरत है
तभी बनेगा स्वच्छ और साफ़ सुथरा भारत
आज की स्थिति देखते हुए हम सभी को जागरूक और एक साथ उठ खड़े होने की जरूरत है और ज्यादा से ज्यादा लोगो को समझाने की जरूरत है
तभी बनेगा स्वच्छ और साफ़ सुथरा भारत


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