सपनो का सृजन कर लू
ख्वाबो से मिलन कर लू
तू है या नही मुझमे
हा खायी थी कुछ कसमे
उन खोयी सी यादो में
खोजू हर कोने में
ऐ मन तू थोडा ठहर
थोडा सा जतन कर लू
सपनो का सृजन कर लू
ख्वाबो से मिलन कर लू ,,,,,,,,,
मेरे मनवा तू न तड़प
नैनों से ना ऐसे बरस
भारी भारी है दिल
धड़कन भी है अब मद्धम
है कुछ पल की ये मुस्किल
थोडा सा जतन कर लू
सपनो का सृजन कर लू
ख्वाबो से मिलन कर लू ,,,,,,,,,
निर्मल मन ????//////////////////////////////

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