तन्हा ये रैन है तुम बिन
तडपते नैन है तुम बिन
फ्जाये है हवाए है घटाए है और यादे है
मरु इस भूमि में जलती बची जो चंद साँसे है
धड़कन भी हो रही मद्धम की अब ना चैन है तुम बिन
हा दिल बेचैन है तुम बिन
कही ना चैन है तुम बिन
तन्हा ये रैन है तुम बिन
तडपते नैन है तुम बिन

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