छोटा सा आशियाना मेरा
छोटी सी चिड़िया के घोसलों के बीच
चारो तरफ छोटे छोटे पौधे
झील के किनारे गुनगुनाती सफ़ेद बत्तखें
शाम ढलते ही उस झील पर ढलते सूरज की अनंत किरणे
जैसे दुनिया की सारी खुसिया मेरे ही आशियाने के चारो तरफ है
इस छोटे अस्मा के तले कुछ पल में ही जैसे कई जिंदगी कट गयी

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