हे ईश्वर ।।।।।।।।।।।।।।।
हे ईश्वर ।।।।।।।।।।।।।।।
जीव तो जीव ही है चाहे वो हमारे लिए उपयोगी हो या ना हो सच्चा मनुष्य और सच्ची मनुष्यता को किसी प्रमाण की जरूरत नही वो तो मोम की तरह स्वयम ही पिघल जाता है जब किसी को भी दुखी देखता है फिर चाहे वो जुबान वाला मनुष्य या बेजुबान कोई जीव फिर हम क्यों निरर्थक बातों में पड़े हुए है
हे ईश्वर ।।।।।।।।।।।।।।।
हे ईश्वर ।।।।।।।।।।।।।।।

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