तमाम उम्र,,वो मुझे चाहने का ढोंग करते रहे ये सब जानते हुए भी ,,,हम उनके शिकार हो गए,, और हम उनसे मुहब्बत और वो ,,,,,,करते रहे Earthcare Foundation NGO 10:00 PM No comments तमाम उम्र,,वो मुझे चाहने का ढोंग करते रहेये सब जानते हुए भी ,,,हम उनके शिकार हो गए,,और हम उनसे मुहब्बत और वो हमसे ,,,,,, बेवफाई करते रहेऔर,,,हमको छलते रहे ,,, Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg Email ThisBlogThis!Share to XShare to Facebook
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