ए मेरी सखी क्यों भई बावरी
मै रहता हु हर पल तेरे संग में
तेरी यादो में सपनो में ख्वाबो के संग
मै रहता हु हर पल तेरे संग में
दूरिया है तो क्यों इतनी मजबूर तुम
दूर हु मै नही तुमसे मेरे सनम
प्रेम क्या है इसकी परिभाषा क्या
बंसी की धुन से तुझको समझायेंगे
बंद आंके करो अपने दिल की सुनो
मन के मंदिर में तुझको नजर आयेंगे
ए मेरी सखी क्यों भई बावरी
मै रहता हु हर पल तेरे संग में
तेरी यादो में सपनो में ख्वाबो के संग
मै रहता हु हर पल तेरे संग में
जो अलविदा कह दिया तो तुमसे बिछड़ जाऊंगा
आँखों में अश्क होंगे जब मै तुझे याद आऊंगा
बस यही सोचकर तुमसे
इन आँखों को झुकाते है
हाँ इस रोते हुए दिल से भी
हमेसा मुस्कराते है
बस यही सोचकर कहता हु फिर तुमसे मिलने आउंगा
जो अलविदा कह दिया तो तुमसे बिछड़ जाऊंगा
आँखों में अश्क होंगे जब मै तुझे याद आऊंगा
तडपना कैसा होता है
ये हम तुमको बतायेंगे
दर्द का हर इक लम्हा मेरा
तुझे महसूस करायेंगे
जुदा हम तब भी तुझसे थे
जुदा अब भी हु मै तुझसे
अपनी मंजिल की दूरी का
तुझको एहसास करायेंगे
की सब कुछ जान कर तुमने
मेरे इस दिल को तोडा है
समन्दर के उस तुफा का
तुझे दीदार करायेंगे
तडपना कैसा होता है
ये हम तुमको बतायेंगे
दर्द का हर इक लम्हा मेरा
तुझे महसूस करायेंगे
वो मेरे गुसुदगी की रपट लिखा आये
लेकिन उन्होंने ढूँढने की कोशिश ना की
की हम गुम थे उनमे ही कही
कमबख्त आँखों का दरवज्जा खोला जो
तो दिल से एक आवाज आई
की मै यही हु यही
गमो में चूर करके तुम
सीसे सा तोड़ करके तुम
गये मुह मोड़ करके तुम
अकेला छोड़ करके तुम
दिलो में थे दिलो में है
दिलो में वो हमेशा ही
खिलोने की तरहां
खेल के छोड़ गये हमको तुम
गमो में चूर करके तुम
सीसे सा तोड़ करके तुम
ऐसे यु मुह मोड़ करके तुम
अकेला छोड़ करके तुम
ना वो बाहे ना वो जुल्फे
ना वो घनघोर घटाए है
न वो पलके न वो चिलमन
न मुहब्बत की फिजाये है
मै मजबूर हु तुमसे
हा कुछ पल दूर हु तुझसे
मै हर पल पूछता खुद से
ना अब धडके ये दिल मेरा
न जहन में बची साँसे
बेचारा दिल तडपता है
चाहे अब किसको ये चाहे
बेचारा दिल तडपता है
चाहे अब किसको ये चाहे
प्रेम क्या है इसकी परिभाषा क्या
बंसी की धुन से तुझको समझायेंगे
बंद आंके करो अपने दिल की सुनो
मन के मंदिर में तुझको नजर आयेंगे
ए मेरी सखी क्यों भई बावरी
मै रहता हु हर पल तेरे संग में
तेरी यादो में सपनो में ख्वाबो के संग
मै रहता हु हर पल तेरे संग में
आँखों में अश्क होंगे जब मै तुझे याद आऊंगा
बस यही सोचकर तुमसे
इन आँखों को झुकाते है
हाँ इस रोते हुए दिल से भी
हमेसा मुस्कराते है
बस यही सोचकर कहता हु फिर तुमसे मिलने आउंगा
जो अलविदा कह दिया तो तुमसे बिछड़ जाऊंगा
आँखों में अश्क होंगे जब मै तुझे याद आऊंगा
ये हम तुमको बतायेंगे
दर्द का हर इक लम्हा मेरा
तुझे महसूस करायेंगे
जुदा हम तब भी तुझसे थे
जुदा अब भी हु मै तुझसे
अपनी मंजिल की दूरी का
तुझको एहसास करायेंगे
की सब कुछ जान कर तुमने
मेरे इस दिल को तोडा है
समन्दर के उस तुफा का
तुझे दीदार करायेंगे
तडपना कैसा होता है
ये हम तुमको बतायेंगे
दर्द का हर इक लम्हा मेरा
तुझे महसूस करायेंगे
लेकिन उन्होंने ढूँढने की कोशिश ना की
की हम गुम थे उनमे ही कही
कमबख्त आँखों का दरवज्जा खोला जो
तो दिल से एक आवाज आई
की मै यही हु यही
सीसे सा तोड़ करके तुम
गये मुह मोड़ करके तुम
अकेला छोड़ करके तुम
दिलो में थे दिलो में है
दिलो में वो हमेशा ही
खिलोने की तरहां
खेल के छोड़ गये हमको तुम
गमो में चूर करके तुम
सीसे सा तोड़ करके तुम
ऐसे यु मुह मोड़ करके तुम
अकेला छोड़ करके तुम
ना वो बाहे ना वो जुल्फे
ना वो घनघोर घटाए है
न वो पलके न वो चिलमन
न मुहब्बत की फिजाये है
मै मजबूर हु तुमसे
हा कुछ पल दूर हु तुझसे
मै हर पल पूछता खुद से
ना अब धडके ये दिल मेरा
न जहन में बची साँसे
बेचारा दिल तडपता है
चाहे अब किसको ये चाहे
बेचारा दिल तडपता है
चाहे अब किसको ये चाहे

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