उनके जाने से मन का दिल से यु बवाल होगा
इनके झगड़े में मेरा बुरा हाल होगा
गर जानते ये हम तो
करते ना हम मुहब्बत
तुमको ना हम सताते
नाही चिढाते
रूठ जाती जो हमसे
हम तुमको मनाते
तो ना होती उनको
हमसे कोई सिकायत
रोज चिक चिक रोज झगड़ा
इसमें बुखार हुआ तगड़ा
बहुत समझाया मन को
बहलाया दिलको
पर मानने को दोनों तैयार नही है
आ जाओ मेरे प्रियतम तुम ही
इनको मनाना मेरे बस की बात नही है
इनके झगड़े में मेरा बुरा हाल होगा
गर जानते ये हम तो
करते ना हम मुहब्बत
तुमको ना हम सताते
नाही चिढाते
रूठ जाती जो हमसे
हम तुमको मनाते
तो ना होती उनको
हमसे कोई सिकायत
रोज चिक चिक रोज झगड़ा
इसमें बुखार हुआ तगड़ा
बहुत समझाया मन को
बहलाया दिलको
पर मानने को दोनों तैयार नही है
आ जाओ मेरे प्रियतम तुम ही
इनको मनाना मेरे बस की बात नही है
आ जाओ मेरे प्रियतम तुम ही
इनको मनाना मेरे बस की बात नही है
इनको मनाना मेरे बस की बात नही है
हम बेसुध रहे
आंसू बहते रहे
पर पता ना चला
कब तुम चले गये
आंसू छलते रहे
पानी की तरहा
बहते रहे
पर पता न चला
कब तुम चले गये
आंसू बहते रहे
पर पता ना चला
कब तुम चले गये
आंसू छलते रहे
पानी की तरहा
बहते रहे
पर पता न चला
कब तुम चले गये
हम तो जगते रहे
बात करते रहे
बात करते रहे
बात करते रहे
पर पता ना चला
कब तुम चले गये
बात करते रहे
बात करते रहे
बात करते रहे
पर पता ना चला
कब तुम चले गये
लोग कहते है कुछ
उनकी बातो का क्या
आस अब भी है मुझको
तेरे आने का ………..
हम लोगो के तानो को सहते गये
पर पता ना चला
कब तुम चले गये
उनकी बातो का क्या
आस अब भी है मुझको
तेरे आने का ………..
हम लोगो के तानो को सहते गये
पर पता ना चला
कब तुम चले गये
हाथो की चूडिया
माथे की बिंदिया
उनने भी है खनकना छोड़ दिया
सारे श्रींगार को
और मेरे प्यार को
क्यों तुमने बेसहारा
छोड़ दिया
हम तो रोते रहे
मन भिगोते रहे
इस विरहन से तुमने
मुह मोड़ लिया
अब तो यादे
है बाते है
सपने है
और तुम बिन अकेली तन्हा राते है
मेरे चाँद ने निकलना छोड़ दिया
हम बेसुध रहे
आंसू बहते रहे
पर पता ना चला
कब तुम चले गये
माथे की बिंदिया
उनने भी है खनकना छोड़ दिया
सारे श्रींगार को
और मेरे प्यार को
क्यों तुमने बेसहारा
छोड़ दिया
हम तो रोते रहे
मन भिगोते रहे
इस विरहन से तुमने
मुह मोड़ लिया
अब तो यादे
है बाते है
सपने है
और तुम बिन अकेली तन्हा राते है
मेरे चाँद ने निकलना छोड़ दिया
हम बेसुध रहे
आंसू बहते रहे
पर पता ना चला
कब तुम चले गये
मेरा मुझमे क्या है ये रोज सवाल करता हु
अपनी ही बातो में उलझ कर मै रोज बवाल करता हु
खोया खोया गुमसूम सा
अनजाने लम्हों का हिसाब रखता हु
अपनी ही बातो में उलझ कर मै रोज बवाल करता हु
खोया खोया गुमसूम सा
अनजाने लम्हों का हिसाब रखता हु
मेरा मुझमे क्या है ये रोज सवाल करता हु
तू थी तुझसे लड़ता था
कभी रूठता था कभी मनाता था
तुम मुझको सताती थी
मै तुमको चिढाता था
अब बस तुम नही हो
लेकिन संग तेरी यादे है
तेरी यादो के संग
तन्हा रातो से बात करता हूँ
तू थी तुझसे लड़ता था
कभी रूठता था कभी मनाता था
तुम मुझको सताती थी
मै तुमको चिढाता था
अब बस तुम नही हो
लेकिन संग तेरी यादे है
तेरी यादो के संग
तन्हा रातो से बात करता हूँ
मेरा मुझमे क्या है ये रोज सवाल करता हूँ
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समन्दर शांत कब होता है
हवा जब थम सी जाती है
बदल मद्धम बरसते है
कोई आवाज आती है
सिसकती है जब ये साँसे
आँखे भी सूख जाती है
हा वो ठंडी हवा भी
हर पल जब कहर ढाती है
कोई मगरूर होता है
जब हमसे दूर होता है
भूलना चाहू मै हर पल
फिर भी क्यों याद आती है
हवा जब थम सी जाती है
बदल मद्धम बरसते है
कोई आवाज आती है
सिसकती है जब ये साँसे
आँखे भी सूख जाती है
हा वो ठंडी हवा भी
हर पल जब कहर ढाती है
कोई मगरूर होता है
जब हमसे दूर होता है
भूलना चाहू मै हर पल
फिर भी क्यों याद आती है
भूलना चाहू मै हर पल
फिर भी क्यों याद आती है
फिर भी क्यों याद आती है

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